۵ آذر ۱۴۰۳ |۲۳ جمادی‌الاول ۱۴۴۶ | Nov 25, 2024
दिन की हदीस

हौज़ा/हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने एक रिवायत में हज़रत अली अ.स.कि अज़मत को बयान किया हैं।

हौज़ा न्यूज़ एजेंसी के अनुसार , इस रिवायत को "बिहारूल अनवार" पुस्तक से लिया गया है। इस रिवायत का पाठ इस प्रकार है:

:قال رسول الله صلی الله علیه و آله و سلم

مَثَلُ عَلِیٍّ فِیکُم ـ فِی هذِهِ الأُمَّةِ ـ کَمَثَلِ الْکَعْبَةِ الْمَسْتُورَةِ، النَّظَرُ اِلَیها عِبادَةٌ وَالْحَجُّ اِلَیها فَرِیضَة


हज़रत रसूल अल्लाह स.ल.व.व. ने फरमाया:


हज़रत अली अ.स. की मिसाल तुम्हारे दरमियां उस छुपे हुए काबे के मानिंद हैं, कि जिस की तरफ देखना ईबादत और जिसका हज फारीज़ा और तकलीफे शरई हैं।

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